सुरसा थाना क्षेत्र निवासी व क्षेत्र पंचायत सदस्य राकेश कुमार अपने 31 वर्षीय पुत्र सौरभ कुमार को चेचक की गंभीर स्थिति में एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे। इमरजेंसी में पहले तो बेड मिला लेकिन कुछ देर बाद स्टाफ ने यह कहकर बेड खाली करा दिया कि "चेचक का कोई इलाज नहीं है, यहां रखा तो संक्रमण फैल जाएगा।" इसके बाद मरीज को न सिर्फ वार्ड से बाहर निकाल दिया गया।