प्रेस क्लब में सोमवार शाम तक चार से किसान महासभा ने प्रेस वार्ता कर कहा कि झारखंड में किसान हो उपेक्षित हो रहे हैं। उन्होंने कहा झारखंड के किसानों की समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। ग्रामीण इलाकों में रह रहे 80 प्रतिशत लोग खेती पर निर्भर हैं, लेकिन सरकार उनके हित में ठोस कदम नहीं उठा रही है. बजट में कृषि के लिए मात्र 3 से 4 प्रतिशत प्रावधान होता है