थाना शमसाबाद के गांव समैचीपुर लोग कटान के डर से अपने मकान खुद गिरा रहे है। किसी के हाथ मे हथौड़ा है तो कोई दीवारों से ईंटे निकाल रहा है। मकान गिराते वक्त ग्रामीणों की आँखे नम हो उठती हैं। सालों की मेहनत से तैयार की गई छते और दीवारें जब जमीदोज हो जाती हैं। तो टूटे घर के साथ-साथ परिवार का मन भी भारी हो जाता है। मकान देने के बाद का मंजर और भी पीड़ादायक है।