ग्वालियर में नशा छुड़ाने के नाम पर संचालित किये जा रहे केंद्र अब यातना घर में तब्दील होते जा रहे हैं। पिछले दिनों एक बैंक कर्मचारी की एक ऐसे ही नशा मुक्ति केंद्र में मौत के बाद अब जिला प्रशासन ने अवैध रूप से चलने वाले इन केंद्रों की मॉनिटरिंग शुरू कर दी है। एसडीएम स्तर के अधिकारी इस मामले को देख रहे हैं।