गुमदेश के जिंडी गांव में पंडित मदन कलौनी ने विधिवत पूजा अर्चना के बाद शाम पांच बजे बताया कि महिलाओं ने गोल घेरे में महाभारत कालीन गाथा-भीष्म ले भरी हाली युद्ध की ललकार, दुर्योधन मन खुशी भ्यान, कृष्ण ले पांचजन्य शंख बजायो, युद्ध में मचि गई हाहाकार आदि गौरा गीतों का गायन किया। इसके साथ ही गुमदेश में चमदेवल, लुपड़ा, नरसों, सुनकुरी आदि में गौरा गायन किया।