मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीर बीमारियों से ग्रसित, वृद्ध और असहाय बंदियों की समयपूर्व रिहाई के नियमों को सरल और पारदर्शी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुरूप नीति तैयार हो और पात्र कैदियों की स्वतः समीक्षा जनवरी, मई और सितम्बर में अनिवार्य रूप से की जाए।