कन्याओं का शिक्षण कार्य भौतिक, सामाजिक और आध्यात्मिक रूप से स्तुत्य कार्य है। यह कार्य वही कर सकता है जो आध्यात्मिक शक्ति से संपन्न हो। एक कन्या का शिक्षण कठिन कार्य होता है। बामोरा में महाराणा प्रताप सामुदायिक भवन में छात्रावास के माध्यम से 36 कन्याओं का शिक्षण होगा इसके लिए भूपेंद्र सिंह जी का परिवार और क्षत्रिय महासभा साधुवाद के पात्र हैं।