आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएँ अब अपने अधिकारों की लड़ाई को तेज कर रही हैं। इन महिलाओं ने साफ कहा है कि आईसीडीएस योजना (एकीकृत बाल विकास योजना) को लागू हुए 50 साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन आज भी उन्हें न तो कर्मचारी का दर्जा मिला और न ही न्यूनतम मजदूरी, पेंशन, ग्रेज्युटी, बीमा और चिकित्सा जैसी बुनियादी सुविधाएँ। ##प्रदेशभर में विरोध, कोरबा में रैली