जिला परियोजना प्रबंधक, महिला एवं बाल विकास निगम के अभिषेक प्रसाद ने बयान जारी करते हुए बताया कि आज भी कई महिलाएँ घरेलू हिंसा, दहेज़ उत्पीड़न, छेड़छाड़ या किसी भी आपात स्थिति में अकेली और असहाय महसूस करती हैं। ऐसे कठिन समय में मदद कहाँ से मिले, यह समझ पाना मुश्किल होता है। लेकिन अब महिलाओं को चुप रहने या डरने की ज़रूरत नहीं है