महागामा दुर्गा मंदिर प्रांगण से गंगाजल व स्नान करने के उद्देश्य से हजारों की संख्या में श्रद्धालु माँ दुर्गा के दर्शन करने पहुँचे। परंपरा के अनुसार महागामा व आसपास के गाँवों के भक्त पहली पूजा से एक दिन पूर्व कहलगांव जाकर गंगा से जल भरते हैं और करीब 45 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर मंदिर प्रांगण तक पहुँचते हैं।सोमवार को इन श्रद्धालुओं द्वारा लाया गया पवित्र गंगा