विधायक परिहार ने आरोप लगाया कि भाजपा संगठन और स्थानीय नेताओं ने लगातार लक्ष्मी सिसोदिया को नज़रअंदाज़ किया। उन्होंने कहा कि “भाजपा में उन्हें काम करने नहीं दिया जा रहा था, जबकि कांग्रेस महिलाओं को बराबरी का स्थान देती है। इसी वजह से उन्होंने सही निर्णय लेकर कांग्रेस ज्वाइन की।”