बता दे की मिथिला क्षेत्र में भाद्रपद मास की चतुर्थी तिथि को मनाया जाने वाला पावन चौरचन पर्व इस वर्ष भी बड़े ही श्रद्धा एवं उत्साह के साथ मनाया गया परंपरागत रीति रिवाज का पालन करते हुए घर-घर की महिलाएं और पुरुष संध्या काल में चंद्र देव की पूजा अर्चना कर व्रत उपवास संपन्न किया