लोक निर्माण विभाग चंपावत परिसर में स्थानीय ठेकेदारों की बैठक में नई टेंडर नीति का विरोध करने का निर्णय लिया गया। तय किया गया कि जब तक ठेेकेदारों के हित में निर्णय नहीं लिया जाता तब तक कोई भी ठेकेदार टेंड प्रक्रिया का हिस्सा नहीं बनेगा और न ही निर्माण कार्य करवाएगा। इस दौरान ठेकेदारों ने नई नीति वापस लेने की मांग करते हुए नारेबाजी भी की।