गोवर्धन के लगभग दो दर्जन गांव बरसात से डूब चुके और गांव में बाढ़ जैसी स्थिति हैं इसके बावजूद किसी भी जनप्रतिनिधि का इस और कोई ध्यान नहीं है।और किसानौ की फसल पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है और किसान त्राहिमाम त्राहिमाम कर रहे हैं मगर जिनको जनता ने भरोसे के साथ चुनकर कुर्सी पर बैठाया था उनके कानों पर जू तक नहीं रेंग रही है