भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर मंगलवार की दोपहर करीब 1 बजे राजमहल शहर एवं आसपास के प्रखंड क्षेत्रों में हरतालिका तीज का पर्व अत्यंत श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। इस दिन सुहागिन महिलाओं ने अपने पति की दीर्घायु और अखंड सुहाग की कामना के लिए निर्जला व्रत रखा।