#सुप्रभात आत्मार्थं जीवलोकेऽस्मिन् को न जीवति मानवः।परं परोपकारार्थं यो जीवति स जीवति।-इस जीवलोक में स्वयं के लिए कौन नहीं जीता ? परंतु, जो परोपकार के लिए जीता है, वही सच्चा जीना है। #ABVPShimla