कुशीनगर के हाटा नगर से पांच किलोमीटर दूर करमहा गांव स्थित शक्तिपीठ मां काली के रूप में पूजित है। यहां प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु दर्शन और मुंडन संस्कार कराने पहुंचते हैं। प्राचीन शिवलिंग पर रुद्राभिषेक विशेष फलदायी माना जाता है। दुखीनाथ महाराज द्वारा खोजे गए इस धाम से जुड़ी चमत्कारी कथाएं आज भी भक्तों की आस्था को और गहरी करती हैं।