अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त चक्रधर समारोह की संध्या कथक नृत्य की मोहक छटा से सराबोर रही है। शुक्रवार शाम 6 बजे बिलासपुर की कथक नृत्यांगना काजल कौशिक ने काली स्तुति, ठाठ, परण और तोड़ा, ठुमरी इत्यादि में। अपनी अद्वितीय प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी भावपूर्ण अभिव्यक्ति, तीव्र लयकारी और कथक की विविध गतियों ने सभागार में उपस्थित।