विधायक सिंघवी ने कहा कि यह न केवल अमानवीय है, बल्कि मानव जीवन के साथ खिलवाड़ करने जैसा है। समाजसेवियों और परिषद पदाधिकारियों के सामने जब क्षेत्रवासियों की आपातकालीन स्थिति में रक्त की मांग रखी जाती है तब भी जानबूझकर उन्हें टाल दिया जाता है। इस प्रकार की गतिविधियों से आमजन में गहरा आक्रोश है। रक्तदान जैसे महापुण्य कार्य को व्यक्तिगत लाभ का साधन बनाना जनता के