सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रवार प्रस्तुत रिपोर्ट के अनुसार अब तक जिले में एम.डी.ए. में 61% लोगों ने दवा खाई है।स्कूलों में 02 लाख से अधिक बच्चों को दवाई खिलाई गयी हैं। सिविल सर्जन डॉ. मांझी ने बताया कि 572 उच्च जोखिम वाले गाँवों में रात्रि चौपाल और फिल्म के माध्यम से जागरुक कर लोगों को दवा का सेवन करवाया जा रहा है।