चन्द्र ग्रहण का सूतक लगने के बाद किए गए मंदिरों के पट सोमवार सुबह सात बजे खोले गए। मंदिरों के पट खोलकर पुजारियों ने विधि विधान से भगवान की प्रतिमाओं को स्नान कराकर पूजन किया। इसके बाद भगवान को भोग लगाया। रविवार रात 9 बजकर 57 मिनिट से साल का आखिरी चंद्रग्रहण लगा था। चंद्रग्रहण का सूतक रविवार दोपहर 12.57 बजे लग गया था।