करीब चार दशक बाद जब मातन लिंक ड्रेन का निर्माण हुआ और पम्प हाउस बनकर शुरू हुआ तो छुड़ानी गांव के किसानों को फसल बचने की उम्मीद हो गई थी। लेकिन किसानों की उम्मीद पर सिंचाई विभाग ने ही पानी फेर दिया। मातन लिंक ड्रेन के पम्प हाउस को बंद कर दिया गया जिसके कारण मातन लिंक ड्रेन ओवरफ्लो हो गई और किसानों के खेत तालाब में तबदील हो चुके हैं।