केंद्रीय सरना समिति सिमडेगा के द्वारा सरना स्थल पर रात भर झूम के नाचते हुए प्रकृति का महापर्व करमा पूजा संपन्न किया सबसे पहले उन्होंने डाली काटकर लाकर स्वागत किया ।जिसके बाद पहान बाबूलाल उरांव के द्वारा विधि विधान के साथ पूजा कराई इसके बाद रात भर मांदर की थाप पर नाचते घूमते हुए सुबह गुरुवार की 7:00 बजे तक कार्यक्रम चला ,जिसके बाद इसका समापन किया।