नवरात्रि के शुभ अवसर पर शिकारीपाड़ा, बरमसिया, महुल पहाड़ी, पलासी, सरसाजोल आदि दर्जनों गांव में सोमवार को करीब 8 बजे की गई कलश स्थापना। और मां शैलपुत्री की विधि विधान के साथ पूजा की गई। हर बार नवरात्र में देवी अलग-अलग वाहन पर आती हैं, और उस वाहन के हिसाब से अगले छह महीने की स्थिति का अंदाजा लगाया जाता है. इस बार मां दुर्गा हाथी पर विराजमान होंगी.