मंगलवार शाम चार बजे प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ0 अनुराग धनिक ने बताया कि कायाकल्प पुरस्कार के चयन हेतु चिकित्सालय का तीन चरणों में मूल्यांकन किया जाता हैं। सर्वप्रथम चिकित्सालय के गुणवत्ता टीम द्वारा आंतरिक मूल्यांकन उसके बाद अन्य जनपदों के गुणवत्ता टीम तथा अंतिम मूल्यांकन राज्य स्तर द्वारा गठित गुणवत्ता मूल्यांकन टीम द्वारा किया जाता है।