ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। भवन की छत पतली डाली जा रही है, सीमेंट नाम मात्र का है और रेत की जगह नाले की मिट्टी मिली रेत का इस्तेमाल हो रहा है। गांव के लोगों का कहना है कि सचिव, सरपंच, ठेकेदार विनय, ज्योतिष और संबंधित इंजीनियर की मिलीभगत से यह काम किया जा रहा है।