नंदू अहिरवार फुटपाथ पर जूते-चप्पल सिलकर और पॉलिश कर रोज़ाना 100 से 200 रुपये कमाते हैं। पांच लोगों के परिवार का गुज़ारा इसी मामूली आय से चलता है। उनके घर में सिर्फ दो बल्ब और दो पंखे हैं। पहले बिजली बिल 250-300 रुपये आता था, लेकिन छह महीने पहले जबरन स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिल 1000 रुपये तक पहुंच गया। विभाग के चक्कर काटने के बाद भी कोई राहत नहीं मिली।