बता दे कि रविवार शाम 4 बजे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महासमुंद के खरोरा से लगे हुए पांच किलोमीटर दूर कोसरंगी गांव में दो किसानों द्वारा मांगुर मछली का बड़े पैमाने पर उत्पादन किया जा रहा है। जिस पर संबंधित विभाग की नजर नहीं है, अगर है भी तो इस अवैध उत्पादन पर रोक नहीं लगाई जा रही है। लोगों का कहना है कि शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।