खिलचीपुर के ग्राम नाटाराम में चल रहे श्रीमद् भगवत गीता प्रवचन के पांचवे दिवस शनिवार की देर श्याम 7:30 बजे के लगभग सुरेखा दीदी ने कहा की समय का चक्र चलता ही रहता है। समय चक्र, जिसको कालचक्र कहते है। संसार एक नाटक है, हम सब एक्टर्स है, ये जीवन एक एक्टिंग है। गीता का सार भगवान बताते है की " जो हुआ अच्छा हुआ, जो हो रहा है अच्छा हो रहा है।