लोहरदगा के कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत ने शनिवार दोपहर करीब 2:30 बजे संसद के मानसून सत्र के समापन पर आयोजित चाय पार्टी में विपक्ष की अनुपस्थिति पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि “रिश्ते हमेशा पारस्परिक होते हैं। जब हमें संसद के सर्वोच्च सदन में बोलने का मौका ही नहीं मिलता, तो औपचारिकताओं का महत्व अपने आप कम हो जाता है।