भाद्रपद की शुल्क पक्ष की दशमी को तेजा दशमी कहा जाता है सत्यवीर तेजाजी महाराज का जन्मोत्सव बनाया जाता है । नगर में स्थित वीर तेजाजी मंदिर पर आस्था और विश्वास का सैलाब उमडा़ जहां हजारों की संख्या में भक्त दर्शन व अपनी मान मन्नत पुरी होने पर गाजेबाजे के साथ तेजाजी महाराज के निशान लेकर माथा टेकने पहुचते है प्रसाद में श्रीफल व चुरमा चढाते है लोक देवता के रुप में।