महुआ मे मंदिरों से डोले निकले।जिनके आगे महिलाएं भजनों पर नाचती चल रही थी और छोटे बच्चों को डोलों के नीचे से निकाला गया।डोले एकत्रित होकर जल भराव स्थल पहुंचे और जलझूलनी एकादशी अवसर पर ठाकुर जी को नौका विहार कराया गया।बुधवार शाम 6 बजे सामूहिक आरती की गई।एकादशी का व्रत करने से वैकुंठ की प्राप्ति होती है और वामन अवतार की पूजा करने से जातक के सभी पाप कट जाते हैं।