दारु प्रखंड के चोय बन्दा गांव के राजू अगरिया एक हाथ और एक पैर गंवाने के बावजूद हौसले से जीवन जी रहे हैं। वह एक पैर के सहारे 20 किलोमीटर दूर बैंक पेंशन लेने जाते हैं, जिस पर 100-150 रुपये खर्च हो जाते हैं। राजू प्रशासन से बैटरी वाला स्कूटर देने की गुहार लगा रहे हैं। फिलहाल उनका परिवार पत्नी की रसोइया की नौकरी से चलता है।