केंद्रीय सहकारिता राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि हॉकी के जादूगर के नाम से मशहूर मेजर ध्यानचंद के खेल के प्रति अद्वितीय कौशल और समर्पण ने हॉकी की दुनिया पर एक अमिट छाप छोड़ी। वर्ष 1926 से 1948 तक अपने खेल कैरियर के दौरान मेजर ध्यानचंद ने 1,000 से ज्यादा गोल किए और देश को 1928, 1932 और 1936 में लगातार तीन ओलंपिक स्वर्ण पदक दिलाए। देश के महान खिलाड़ी मेज