वर्ष 2018 में क्षतिग्रस्त लोअर मॉलरोड को अब जल्द ही स्थाई उपचार दिया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि नवरात्र से स्थाई उपचार का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। बता दें कि वर्ष 2018 में लोअर माॅलरोड का लगभग 25 मीटर हिस्सा टूट कर झील में समा गया था। सड़क के स्थाई ट्रीटमेंट दिये जाने के लिए THDC के विशेषज्ञों ने चार करोड़ की डीपीआर बनाकर शासन को भेजी थी। शासन की ओर से