जिले के नानणा गांव का सरकारी स्कूल बच्चों के लिए नहीं बल्कि किसी बड़ा हादसा घटना की तैयारी जैसा बन चुका है। यहां 61 बच्चे जर्जर और खस्ताहाल भवनों में अपनी पढ़ाई करने को मजबूर है। स्कूल के तीन कक्षाओं के भवन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। पास के आंगनबाड़ी भी टूट की कगार पर है। बच्चों और उनके अभिभावकों के सिर पर हर समय मौत का साया मंडराता रहता है।