रविवार को 7:00 बजे सुबह बिषाहा कुटी आश्रम में दो दिवसीय संतमत सत्संग का वार्षिक महोत्सव का आयोजन किया गया। इस आयोजन में स्वामी सत्यनारायण जी महाराज ने कहा कि संत मत सत्संग सुनने से लोगों में सदाचार का पालन होता है। कहां की गुरु की सेवा के बिना गुरु का फल नहीं मिल सकता है।