चित्तौड़गढ़: कीरखेड़ा में मायरा लाए बंशीलाल माली ने अनूठी परंपरा कायम की, रानी पद्मिनी के पोशाक, महाराणा प्रताप के लिए साफा व ₹11101
भीलवाड़ा से कीर खेड़ में अपनी बहन के मायरा लेकर आये बंशीलाल माली ने अनूठी परम्परा कायम की, जिसकी समाज ही नहीं शहर में भी प्रशंसा हो रही है. मायरे में न केवल महारानी पद्मिनी के पौशाक व महाराणा प्रताप के नाम का साफा लाये बल्कि 11101 रूपये नकद भी भेंट किये गए. बंशीलाल मौर्य ने अपने दोहिते लोकेश व दोहित्री मोनिका पुत्री नारायण माली के भात भरा.