खड़के (Foot-hold trap) से जंगली जीवों को खतरा — देहरादून की आसारोड़ी रेंज में खड़के में फंसा कुत्ता, शिकारियों की करतूत बेनकाब
खड़के (Foot-hold trap) से जंगली जीवों को खतरा — देहरादून की आसारोड़ी रेंज में खड़के में फंसा कुत्ता, शिकारियों की करतूत बेनकाब वन विभाग की आसारोड़ी रेंज में मिल रहे खड़के (शिकारियों के फंदे) जिसमे फसा एक स्वान जिसे सुरक्षित तरीके से निकाला गया Foot hold trap को खड़का भी कहते हे और इसे पाँव पकड़ने वाला जाल भी कहते हे यह एक ऐसा जाल है जो किसी जानवर के पैर को पकड़ लेता है और ये शिकारियों द्वारा जंगली जानवरो के शिकार के लिए लगाया जाता हे और ये बहुत दर्दनाक होता हे ये अधिकतर सियार (jackal), सियाही (porcupine), जंगली सूअर (wildboar), गोह या विषखोपड़ा ( monitor lizard) और ये तेंदुए (leopard), बाघ (tiger) जैसे जंगली जानवरो को फ़साने की क्षमता रखता हे Foot hold trap, also known as Kharaka or Paw trap, is a type of trap that catches an animal by its leg. It’s commonly used by poachers to hunt wild animals and is extremely painful. These traps are capable of catching animals like jackals, porcupines, wild boars, monitor lizards, leopards, and even tigers.