7 दिसंबर दोपहर लगभग 12 पंडरी पानी में धर्मांतरित व्यक्ति की मौत के बाद गांव के भीतर दफन का ग्रामीणों ने कड़ा विरोध किया। हालात इतने बिगड़े कि प्रशासन और पुलिस को मौके पर पहुंचना पड़ा। ग्रामीण गांव से बाहर शव दफनाने की मांग पर अड़े, वहीं मृतक के घर के सामने पादरी-पास्टर का तीखा विरोध जारी। गांव में तनाव चरम पर, किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन अलर्ट।l