आज से 50 वर्ष पूर्व, एक ऐसी रात आई जिसने संविधान की आत्मा को झकझोर दिया। आपातकाल की घोषणा केवल एक प्रशासनिक निर्णय नहीं था ।
वह भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं, मूलभूत अधिकारों और संवैधानिक मूल्यों पर सीधा आघात था।
crpaatil

28 views | Gujarat, India | Jun 25, 2025