हायाघाट: तीन महीने बाद कैद से आज़ाद हुई बिल्ली, मझौलिया गांव बना इंसानियत की मिसाल, सामाजिक पहल से बची जान
अशोक पेपर मिल थाना क्षेत्र के मझौलिया गांव में इंसानियत का ऐसा मार्मिक उदाहरण सामने आया जिसने पूरे इलाके को भावुक कर दिया। जहां आज इंसान से इंसान का प्यार कम होता दिख रहा है, वहीं एक मासूम जानवर की पीड़ा ने पूरे गांव को एकजुट कर दिया। गांव के सरोज चौधरी के बंद मकान में करीब तीन महीने से एक बिल्ली कैद थी। मकान मालिक बाहर रहने के कारण घर में ताला बंद था।