हज़ारीबाग: सदर अस्पताल में फर्द बयान लेने में लापरवाही, मरीजों ने लगाए गंभीर आरोप, सांसद-विधायक की सिफारिश पर होता है काम
हजारीबाग, जिले का सदर अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में है। मरीजों और उनके परिजनों ने अस्पताल में तैनात पुलिस कर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं कि घटना या दुर्घटना के मामलों में फर्द बयान (बयान दर्ज करना) समय पर नहीं लिया जाता। मरीजों का आरोप है कि बिना जनप्रतिनिधियों — जैसे सांसद, विधायक या उनके प्रतिनिधियों — की सिफारिश के बयान नहीं लिया जाता,