बचपन किताबों से संवरता है, मार्गदर्शन से निखरता है|
जिम्मेदारियां उनको संवरने की, अच्छी शिक्षा पाने की दें, समाज या पारिवारिक जिम्मेदारियों के बोझ से बचपन को रौंदे नहीं|
बचपन एक बीज है, उसे अंकुरित होने दें, विकसित होने दें|
jhunjhunu_police

5.1k views | Jhunjhunu, Rajasthan | May 23, 2025